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Uploaded On 2024-12-03 13:19:29

दुबई में यतेन्द्र कौशिक के एआई स्टार्टअप को मिली साढ़े तीन करोड़ रुपये की फंडिंग

इस फंडिंग से स्टार्टअप की वैल्यू 12 करोड़ रुपये आंकी गई है।

जहाँगीराबाद। युवा टैक उद्यमी यतेन्द्र कौशिक ने दुबई में आयोजित एक्सपैंड नार्थ स्टार समिट में अपने एआई स्टार्टअप, इनोवबोट्स एआई के लिए 1.5 मिलियन एईडी (लगभग 3.45 करोड़ रुपये) की प्री-सीड फंडिंग जुटाई। इस फंडिंग से स्टार्टअप की वैल्यू 12 करोड़ रुपये आंकी गई है।  यतेंद्र मूल रूप से जिला बुलंदशहर के कस्बा जहांगीराबाद के निवासी हैं। उन्होंने कक्षा 12 तक की पढ़ाई जहांगीराबाद से ही पूरी की है। उसके बाद उन्होंने अपनी स्नातक दिल्ली विश्वविद्यालय और आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस में विशेषज्ञता भारतीय प्राद्यौगिकी  संस्थान(आई.  आई.  टी.)रोपड़ से हासिल की। यतेंद्र ने बताया कि इनोव बोट्स  एक ऐसी कंपनी है जो उपयोगिता के आधार पर एआई सॉफ्टवेयर डिजाइन कर रही है। इसका उद्देश्य आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस को दैनिक जीवन और व्यवसायों के लिए सुलभ और सरल बनाना है। इस फंडिंग का उपयोग उत्पाद विकास, टीम विस्तार और वैश्विक स्तर पर पहुंच बढ़ाने के लिए किया जाएगा। यतेन्द्र ने कहा कि यह फंडिंग उनके स्टार्टअप के लिए एक महत्वपूर्ण उपलब्धि है। टेकनेट वेंचर्स की सफलता से प्रेरित यतेन्द्र कौशिक केवल इनोवबोट्स एआई के संस्थापक ही नहीं हैं, बल्कि उन्होंने 2021 में टेकनेट वेंचर्स नामक एक सफल लर्निंग मैनेजमेंट सिस्टम कंपनी की भी स्थापना की थी।  IIT रोपड़ से लेकर दुबई तक का सफर यतेन्द्र ने आईआईटी रोपड़ से अपनी पढ़ाई पूरी की और अपनी उद्यमशीलता की यात्रा की शुरुआत टेकनेट वेंचर्स से की। आज उनके पास एआई और एजुकेशन टेक्नोलॉजी के क्षेत्र में दो सफल कंपनियां हैं, जो उनकी दृष्टि, मेहनत और नए विचारो की सफलता का प्रमाण हैं। यतेंद्र की मिली इस फंडिंग से उनके परिजनों में भी हर्ष का माहौल है। वहीं समाजसेवी प्रमोद ओझा ने यतेंद्र को बधाई देते हुए कहा कि एक छोटे से कस्बे से निकलकर वैश्विक स्तर पर अपनी अलग पहचान बनाना अन्य बच्चों को प्रेरणा देने के लिए सबसे उत्तम है।