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Uploaded On 2025-02-17 22:42:00

श्रीमद्भागवत कथा के चौथे दिन भगवान श्रीकृष्ण जन्मोत्सव धूमधाम से मनाया गया

श्रीमद्भागवत कथा के चौथे दिन भगवान श्रीकृष्ण जन्मोत्सव धूमधाम से मनाया गया

उजाला हितैषी एक्स्प्रेस,

प्रयागराज (संजीत कुमार उपाध्याय)। महाकुम्भ संगम नगरी प्रयागराज के करमा बाजार स्थित पण्डितपुर गांव में सात दिवसीय श्रीमद्भागवत कथा के चौथे दिन भगवान श्रीकृष्ण जन्मोत्सव धूमधाम से मनाया गया। इस कथा का आयोजन पवनसुत बजरंग बली हनुमान मंदिर के प्रांगण में किया गया, जिसमें मुख्य यजमान सुरेश चन्द्र द्विवेदी सपत्नी सावित्री द्विवेदी, कृष्ण चन्द्र द्विवेदी सपत्नी सूर्यवती देवी, हरिश्चंद्र द्विवेदी एवं स्नेहिल द्विवेदी परिवार ने धार्मिक आस्था का परिचय दिया।


कथा व्यास आचार्य पं. परम् पूज्य श्री प्रभाकर मिश्र जानकी रमन कुन्ज स्वर्गद्वार अयोध्या धाम ने भगवान श्रीकृष्ण के जन्म और उनके लीलाओं का वर्णन करते हुए श्रोताओं का मन मोह लिया। उन्होंने बताया कि जब भी धरती पर असुरी शक्तियां हावी होती हैं, तब भगवान धरती पर अवतार लेकर धर्म की स्थापना करते हैं। मथुरा में राजा कंस के अत्याचारों से दुखी होकर धरती की पुकार सुनकर भगवान कृष्ण देवकी के अष्टम पुत्र के रूप में जन्मे और कंस का वध कर धर्म की रक्षा की।


श्री कृष्ण जन्म के प्रसंग का वर्णन करते हुए कथा पाण्डाल में श्रोताओं के बीच उत्साह और आनंद का माहौल बन गया। कथा के दौरान भगवान श्रीकृष्ण के जयकारों से पण्डाल गूंज उठा और श्रद्धालु खुशी से झूम उठे।


इस धार्मिक आयोजन में पण्डितपुर गांव और आसपास के गांवों से बड़ी संख्या में श्रद्धालु उपस्थित रहे। कथा के इस दिन के आयोजन में महंत पं. दिवाकराचार्य मिश्र, श्रोता पीयूष द्विवेदी, पंकज द्विवेदी, पुष्कर द्विवेदी, सुमित पाण्डेय, राधेश्याम मिश्र, सरस पाण्डे, हिमांशु द्विवेदी, शिवा द्विवेदी, सीताराम द्विवेदी सहित अन्य क्षेत्रीय श्रद्धालु मौजूद रहे।


कथा के दौरान कथा व्यास ने श्रीमद्भागवत कथा सुनने को दुर्लभ और महान अवसर बताया, जिसे हर व्यक्ति को अच्छे कार्यों के साथ अपने जीवन में लागू करना चाहिए।