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Uploaded On 2025-02-17 22:28:46

देवनागरी महाविद्यालय और शासकीय तुलसी महाविद्यालय, अनूपपुर के मध्य संघीय बजट 2025-26 पर राष्ट्रीय पैनल परिचर्चा का आयोजन

देवनागरी महाविद्यालय और शासकीय तुलसी महाविद्यालय, अनूपपुर के मध्य संघीय बजट 2025-26 पर राष्ट्रीय पैनल परिचर्चा का आयोजन

उजाला हितैषी एक्स्प्रेस,

बुलंदशहर (सैय्यद मजहर)। देवनागरी महाविद्यालय और शासकीय तुलसी महाविद्यालय, अनूपपुर के बीच समझौता ज्ञापन के अंतर्गत एक एकदिवसीय राष्ट्रीय पैनल परिचर्चा का आयोजन किया गया, जिसका विषय था संघीय बजट 2025-26। यह कार्यक्रम महाविद्यालय में आयोजित किया गया, जिसमें बजट के विभिन्न पहलुओं पर चर्चा की गई।


कार्यक्रम का स्वागत करते हुए शासकीय तुलसी महाविद्यालय, अनूपपुर के प्रचार प्रोफेसर अनिल कुमार सक्सेना ने बताया कि इस परिचर्चा में बजट को तकनीकी भाषा से इतर सरल भाषा में समझाया जाएगा। देवनागरी महाविद्यालय के प्राचार्य प्रोफेसर योगेश कुमार त्यागी ने आयोजकों की सराहना करते हुए कहा कि दोनों महाविद्यालयों के बीच समझौता ज्ञापन के तहत यह कार्यक्रम प्रत्येक वर्ष बिना व्यवधान के आयोजित किया जा रहा है।


पहले पैनलिस्ट के रूप में गांधी स्मारक शताब्दी महाविद्यालय, कोयलासा, आजमगढ़ के अर्थशास्त्र विभाग के असिस्टेंट प्रोफेसर डॉ. मनमोहन लाल विश्वकर्मा ने बजट में कोरोना महामारी के नकारात्मक प्रभावों को सकारात्मक दिशा में मोड़ने की बात की। उन्होंने कहा कि इस बजट में भारत को 2047 तक विकसित बनाने का रोडमैप तैयार किया गया है, जिसमें आय, रोजगार, और कृषि उत्पादकता पर जोर दिया गया है। उन्होंने कृषि क्षेत्र में आत्मनिर्भरता और दलहन उत्पादन के लिए विभिन्न योजनाओं पर चर्चा की।


दूसरे पैनलिस्ट मडियाहूं डिग्री कॉलेज, मडियाहूं, जौनपुर के अर्थशास्त्र के असिस्टेंट प्रोफेसर डॉ. विवेक मिश्र ने महिलाओं के लिए अधिक प्रावधान और धन आवंटन की आवश्यकता की बात की। साथ ही उन्होंने दलहन की उच्च उत्पादकता और मैन्युफैक्चरिंग क्षेत्र में औद्योगिक वृद्धि पर जोर दिया।


तीसरे पैनलिस्ट बैंक ऑफ़ बड़ौदा, कोलकाता के चीफ मैनेजर नीरज कुमार हिमांशु ने इस बजट को बैलेंस बजट बताते हुए किसान क्रेडिट कार्ड की सीमा को दोगुना करने और सूक्ष्म तथा लघु उद्योगों के औपचारिककरण पर जोर दिया। उन्होंने भारत की वैश्विक अर्थव्यवस्था में हिस्सेदारी बढ़ाने की आवश्यकता पर भी प्रकाश डाला।


कार्यक्रम के संचालक डॉ. पुष्पेंद्र कुमार मिश्रा ने बजट से संबंधित तकनीकी शब्दावली को स्पष्ट किया। कार्यक्रम के मॉडरेटर पीयूष त्रिपाठी थे, और संयोजक डॉ. अमित भूषण द्विवेदी ने बताया कि कार्यक्रम में उत्तर प्रदेश और मध्य प्रदेश के 80 से अधिक छात्रों और 15 से अधिक प्राध्यापकों ने सहभागिता की।


अतिथियों का परिचय डॉ. अनूप कुमार सिंह ने दिया, जबकि धन्यवाद ज्ञापन डॉ. संदीप कुमार सिंह ने किया। डॉ. सुनील कुमार त्रिपाठी, डॉ. ज्ञानेंद्र सिंह, और डॉ. विनय कुमार सिंह ने आमंत्रित टिप्पणियां दीं। विशेषज्ञों से सवाल पूछने वाले छात्रों में मानसी दीपू और आशीष दुबे शामिल थे।