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Uploaded On 2025-02-05 22:43:24

युवा समाजसेवी की शादी में बुजुर्गों ने दिया दूल्हे-दुल्हन को आशीर्वाद: मयंक गुप्ता

युवा समाजसेवी की शादी में बुजुर्गों ने दिया दूल्हे-दुल्हन को आशीर्वाद: मयंक गुप्ता

उजाला हितैषी एक्स्प्रेस,

शिकारपुर (रीशू कुमार)। तहसील क्षेत्र के एक गांव में युवा समाजसेवी योगेश शर्मा की शादी बड़े धूमधाम से संपन्न हुई। शादी के इस खास मौके पर न केवल दूल्हा-दुल्हन को आशीर्वाद प्राप्त हुआ, बल्कि उन्होंने समाज में एक सकारात्मक संदेश भी दिया। वर्तमान समय में जहां पारिवारिक विघटन और स्वार्थ संस्कृति के कारण रिश्तों में कमी आ रही है और वृद्धाश्रम में बुजुर्गों की संख्या लगातार बढ़ रही है, वहीं योगेश शर्मा ने अपने विवाह समारोह में उन बुजुर्गों को विशेष आमंत्रण भेजा, जो समाज के उपेक्षित वर्ग में आते हैं।  


योगेश शर्मा ने अपने इस विवाह समारोह में न सिर्फ परिवार, बल्कि वंचित और पीड़ित बुजुर्गों को भी आमंत्रित किया। उन्होंने इन बुजुर्गों का आशीर्वाद लिया और उन्हें अपने हाथों से भोजन कराया। इस समारोह में ग्राम प्रधान, सभासद, रिश्तेदार, दोस्त और अन्य गणमान्य लोग भी उपस्थित थे। योगेश शर्मा का यह कदम समाज के लिए एक बेहतरीन उदाहरण बन गया है, क्योंकि आमतौर पर शादी जैसी खुशी के मौके पर लोग सिर्फ अपने करीबी रिश्तेदारों और दोस्तों को ही आमंत्रित करते हैं।  


लेकिन योगेश शर्मा ने समाज के बुजुर्गों को एक नई पहचान दी। उन्होंने यह दिखाया कि युवाओं को बुजुर्गों के सम्मान में कोई कसर नहीं छोड़नी चाहिए। उनका मानना है कि रिश्ते केवल खून के नहीं, बल्कि आदर और स्नेह के भी होते हैं। विवाह के इस मौके पर उन्होंने बुजुर्गों के साथ खुशियां बांटी और उन्हें समारोह में शामिल करके यह संदेश दिया कि समाज में बुजुर्गों का सम्मान करना और उनके साथ समय बिताना हमारी जिम्मेदारी बनती है।  


जब समारोह स्थल पर बुजुर्ग पहुंचे, तो उन्हें बड़े सम्मान के साथ फूल-मालाओं से स्वागत किया गया। योगेश शर्मा और उनके परिवार ने बुजुर्गों को भोजन कराया और उन्हें उपहार भेंट किए। इस अपनत्व को देखकर कई बुजुर्गों की आंखों में आंसू आ गए। कुछ बुजुर्गों ने अपने परिवारों की याद में कहा कि आज उनके जीवन में ऐसा सुखद पल आया है, जो उन्हें कभी नहीं मिला। एक अजनबी बेटे ने उन्हें इस तरह खुशियां दीं, यह अनुभव उनके लिए अविस्मरणीय था।  


इस शादी समारोह में बुजुर्गों का आशीर्वाद लेना और उनके साथ यह खास पल बिताना दूल्हे और दुल्हन के लिए अविस्मरणीय बन गया। उन्होंने दूल्हे-दुल्हन को अपनी शुभकामनाएं और दुआएं दीं। समाज में बुजुर्गों को विवाह जैसे खुशियों के अवसर पर आमंत्रित करना और उनका सम्मान करना एक मिसाल है, जो हमें रिश्तों के वास्तविक अर्थ समझाता है।  


वास्तव में, इस विवाह समारोह ने यह सिद्ध कर दिया कि हम सभी को सामाजिक समरसता को बढ़ावा देने की आवश्यकता है। योगेश शर्मा के इस कदम ने समाज में एक नया दृष्टिकोण उत्पन्न किया है, जो आगे आने वाली पीढ़ी के लिए एक प्रेरणा बन सकता है।