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Uploaded On 2025-02-01 07:53:40

एहसास...जीत का मानवीय मूल्यों का एहसास -डॉ. रंजीत माथुर

इसके रचनाकार डॉ. जितेंद्र कुमार जीत , यथार्थ और दर्शन के कवि होने के साथ- साथ अध्येता और सामाजिक कार्यकर्ता भी हैं।

हापुड़।  ( पुष्पेन्द्र कुमार) एहसास...जीत का काव्य संग्रह वर्ष - 2024 में प्रकाशित मिश्रित शैली का काव्य संकलन है। इसके रचनाकार डॉ. जितेंद्र कुमार जीत , यथार्थ और दर्शन के कवि होने के साथ- साथ अध्येता और सामाजिक कार्यकर्ता भी हैं। इस काव्य संग्रह में एक युवा कवि की आत्मिक अनुभूति, क्रांतिकारी विचारधारा, अध्येता का अनुभव, सामाजिक कार्यकर्ता होने के कारण जमीन से जुड़े अनुभव और हाशिये के समुदायों के प्रति होने वाले भेदभाव पर पैनी दृष्टि दिखाई पड़ती है । ईश्वर की खोज  कविता, काव्य संग्रह की प्रथम कविता है जिसमें ईश्वर की सर्वव्यापकता ,मानवीय मूल्यों , धार्मिक सहिष्णुता, धार्मिक विश्वास  तथा ईश्वर कण - कण में व्याप्त है, की भावना परिलक्षित होती है। काव्य संग्रह की अन्य कविताएं बचपन के दिन, जीवन संघर्ष, वफ़ा, मोती( मेरा पालतू ) खुद्दारी, मेरा युद्ध, स्वप्न, जिंदगी, कविताओं में कवि की निजी अनुभूति की प्रतीति दिखाई पड़ती है, परंतु अंततः वह अनुभूति आम जनमानस के जीवन-अनुभवों से आसानी से जुड़ जाती है। कविता  'जाति और आरक्षण' सामाजिक व्यवस्था के ज्वलंत मुद्दों का समाधान प्रदान करती हुई एक रचना है जो पाठकों को सामाजिक ताने बाने को समझने के लिए नई दृष्टि और विचार विमर्श के लिए एक धरातल प्रदान करती हैं। 'मोती' , 'वफ़ा' और 'स्वप्न' और 'बचपन के दिन' कविताओं में बचपन की अठखेलियां, स्वच्छंद वातावरण, मिले जुले व्यवहार और अल्हड़पन, भाई- बहन की लड़ाई एवं प्रेम की मीठी - मीठी फुहारें पाठकों के हृदय को आह्लादित कर देती हैं। कवि का जीवन संघर्षमय रहा है और इन्हीं संघर्षों के अनुभव को कवि ने अपने काव्य संग्रह 'एहसास... जीत का' में अत्यंत सहज, सरल और प्रभावपूर्ण शब्दों में निःसंकोच  प्रस्तुत किया है । अन्य कविताओं जैसे - जीवन दर्शन, प्रेरणा ,साहस ,तुम युवा हो देश के, गुरु कौन, 'होली ऐसी हो'  हिंदी, आदि  कविताएं नई पीढ़ी को सहज ही प्रेरणा और सही दिशा प्रदान करने वाली रचनाएं है। संकलन में  शहीदों के नाम, आजादी का तराना  आदि में देशभक्ति से परिपूर्ण  कविताएं  संकलित हैं  जो कि 'तुम युवा हो',  तथा 'होली ऐसी हो'  के साथ मिलकर कवि की देश- प्रेम की भावना,जीवन मूल्यों, नैतिक मूल्यों और भविष्य का भारत कैसा होना चाहिए ? विषय पर प्रकाश डालती है । एहसास जीत का काव्य संग्रह केवल  जीत का ही एहसास न होकर हर उस इंसान का एहसास बन जाता है जो संघर्षशील, कर्तव्यनिष्ठ, समानता और मानव मूल्यों में विश्वास रखता है और नए भारत के निर्माण में अपनी आहुति देने की आकांक्षा रखता है।