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Uploaded On 2025-01-31 01:34:49

बाबूगढ़ पुलिस ने ब्लाइंड मर्डर केस का किया खुलासा, हत्यारा दोस्त गिरफ्तार

नेशनल हाईवे-9 के पास आलू के खेत में मिले अज्ञात शव की गुत्थी सुलझाकर हत्यारे दोस्त को गिरफ्तार कर लिया।

उत्तर प्रदेश के जनपद हापुड़ के थाना बाबूगढ़ पुलिस ने 13 जनवरी को नेशनल हाईवे-9 के पास आलू के खेत में मिले अज्ञात शव की गुत्थी सुलझाकर हत्यारे दोस्त को गिरफ्तार कर लिया। हत्या की वजह उधार लिए गए दो लाख रुपये थे, जिन्हें हड़पने के लिए आरोपी ने अपने ही दोस्त की बेरहमी से हत्या कर दी। शव मिलने से खुलासे तक 13 जनवरी की सुबह बाबूगढ़ थाना पुलिस को सूचना मिली कि हाईवे-9 के पास आलू के खेत में एक अज्ञात व्यक्ति का शव पड़ा है। पुलिस मौके पर पहुंची तो पाया कि मृतक के सिर पर गंभीर चोट के निशान थे और काफी खून बह चुका था। मृतक के शरीर पर केवल अंडरवियर और बनियान थी, हाथ में कलावा बंधा था और पास में शराब की बोतल पड़ी थी।  मामला ब्लाइंड मर्डर का था, क्योंकि शव की पहचान मुश्किल थी। पुलिस ने फॉरेंसिक टीम और डॉग स्क्वायड को बुलाकर जांच शुरू की। लेकिन असली सुराग बना मृतक के पास पड़ी शराब की बोतल। बोतल पर अंकित बारकोड के जरिए पुलिस उस ठेके तक पहुंची, जहां से यह खरीदी गई थी। इसी दौरान पुलिस को अमन विहार थाने में दर्ज एक गुमशुदगी रिपोर्ट मिली, जिससे शव की पहचान 55 वर्षीय वीरेंद्र राय के रूप में हुई।  कौन था मृतक? वीरेंद्र राय मूल रूप से बस्ती जिले के गांव रोवागोवा, गोरखपुर रोड का रहने वाला था और दिल्ली के नसीरपुर रोड, द्वारका में रहकर प्रॉपर्टी डीलिंग का काम करता था। हाल ही में वह ठगी के एक मामले में जेल से जमानत पर रिहा हुआ था।  कैसे हुई हत्या? एसपी कुँवर ज्ञानजय सिंह ने बताया कि इस हत्याकांड का मुख्य आरोपी कथित पत्रकार विकास तोमर है, जो बागपत जिले के बामनौली गांव का निवासी है।  विकास तोमर की वीरेंद्र राय से मुलाकात 2022 में तिहाड़ जेल में हुई थी। दोनों जेल से रिहा होने के बाद प्रॉपर्टी डीलिंग का काम करने लगे। साथ ही विकास ने पत्रकारिता भी शुरू कर दी। लेकिन उसका खर्चीला स्वभाव उसे अपराध की ओर ले गया।  धीरे-धीरे विकास ने वीरेंद्र से दो लाख रुपये उधार ले लिए। जब वीरेंद्र ने पैसे वापस मांगने शुरू किए तो विकास परेशान हो गया और उसे मारने की योजना बनाई।  12 जनवरी को विकास वीरेंद्र से मिलने दिल्ली पहुंचा। उसने वीरेंद्र को विश्वास में लेकर कार में बैठाया और शराब पिलाते हुए हापुड़ के बाबूगढ़ थाना क्षेत्र के उपेड़ा गांव ले गया। उस दिन घना कोहरा था, जिससे आसपास कुछ भी साफ नहीं दिख रहा था।  जैसे ही वीरेंद्र गाड़ी से नीचे उतरा, विकास ने पीछे से उसके सिर पर ईंट से वार किया और मौके पर ही उसकी हत्या कर दी।  हत्या के बाद सबूत मिटाने की साजिश शव की पहचान न हो, इसलिए विकास ने मृतक के खून से सने कपड़े दिल्ली ले जाकर जला दिए। उसने वीरेंद्र का मोबाइल, घड़ी और अन्य सामान भी अपने पास रख लिया और वारदात को अंजाम देकर फरार हो गया। पुलिस की कार्रवाई और बरामदगी बाबूगढ़ पुलिस ने हत्यारे विकास तोमर को गिरफ्तार कर लिया और उसके पास से हत्या में इस्तेमाल की गई ईंट, मृतक का मोबाइल फोन, घड़ी, प्रेस आईडी कार्ड, माइक आईडी, घटना में प्रयुक्त आई-10 कार और अन्य सामान बरामद किया।  पुलिस टीम की तत्परता और सूझबूझ से इस ब्लाइंड मर्डर केस को सुलझाया गया, जिसके लिए एसपी हापुड़ ने पुलिस टीम को ₹10,000 का इनाम देने की घोषणा की।