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Uploaded On 2025-01-23 02:33:26

शिक्षा में है राम की बहुत उपयोगिता: प्रो. योगेश सिंह

डीयू एसओएल में रखी गई श्री राम ऑडिटोरियम की आधारशिला

नई दिल्ली । दिल्ली विश्वविद्यालय के दूरस्थ एवं सतत शिक्षा विभाग, मुक्त शिक्षण विद्यालय, मुक्त शिक्षण परिसर में श्री राम ऑडिटोरियम की आधारशिला बुधवार, 22 जनवरी को रखी गई। इस अवसर पर रेड क्रॉस सोसाइटी-दिल्ली शाखा की अध्यक्ष एवं शिक्षाविद् श्रीमती संगीता सक्सेना बतौर मुख्य अतिथि उपस्थित रही और कार्यक्रम की अध्यक्षता दिल्ली विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो. योगेश सिंह ने की। एसओएल के ऑडिटोरियम में आयोजित इस कार्यक्रम के दौरान मेधावी विद्यार्थियों को सम्मानित भी किया गया। इस अवसर पर दिल्ली विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो. योगेश सिंह ने कहा कि शिक्षा में राम की बहुत उपयोगिता है। श्री राम तो भारत के प्राण हैं और ऐसे व्यक्तित्व के नाम पर ऑडिटोरियम होगा तो अच्छे भाव ही पैदा होंगे। कुलपति ने कहा कि राम को हम अपने नजरिए से देखते हैं, जबकि राम तो नजरिए से परे हैं; और नजरिए को बनाने का काम शिक्षा करती है। इस अवसर पर श्रीमती संगीता सक्सेना ने अपने संबोधन में कहा कि ओपन लर्निंग में वो पढ़ते हैं जिन्हें पढ़ने की ललक होती है। उन्होंने विद्यार्थियों को संबोधित करते हुए कहा कि अगर हमें  कुछ मिलता है तो उसके बदले कुछ देने या लौटाने की ज़िम्मेदारी और भी बढ़ती है। श्रीमती सक्सेना ने विद्याथियों का हौसला बढ़ाते हुए कहा कि उड़ने के लिए किसी की इजाजत की जरूरत का इंतजार न करें, ये पंख तुम्हारे हैं और ये आसमान भी तुम्हारा है।  कुलपति प्रो. योगेश सिंह ने शिक्षा के महत्व पर प्रकाश डालते हुए कहा कि आपके रहने से दूसरों की ज़िंदगी में कुछ अच्छा होता है तो आप सफल है। उन्होने कहा कि पैसा सफलता का एक मापदंड हो सकता है, पद सफलता का एक मापदंड हो सकता है, लेकिन ये सफलता के एकमात्र मापदंड नहीं हैं। इसके साथ ही कुलपति ने ओपन लर्निंग में वक्त के साथ परिवर्तनों पर ज़ोर देते हुए कहा कि हमें अपने देश के दूरस्थ शिक्षा के चेहरे को बदलना है। शिक्षक पूरे कोर्स को एक वेब सीरीज की तरह डिजाइन करें और 40-45 मिनट के ध्यानकर्षण वाले विडियो बनाएं। आपको अपने क्षेत्र में उदाहरण प्रस्तुत करने हैं।  कार्यक्रम के दौरान एसओएल की स्व शिक्षण सामग्री (एसएलएम) वितरण के लिए डाक वैन को हरी झंडी दिखाकर रवाना किया गया। इसके साथ ही आधारशिला का अनावरण और खेल नीति दस्तावेज का विमोचन भी किया गया। कार्यक्रम के दौरान शीर्ष पांच मेधावी विद्यार्थियों को भी सम्मानित किया गया। 8.5 से अधिक सीजीपीए प्राप्त करने वाली सभी महिला विद्यार्थियों को भी समारोह के दौरान विशेष रूप से पुरस्कृत किया गया। इसके साथ ही मुक्त शिक्षा विद्यालय के कॉल सेंटर, मीटिंग रूम, और शिशुओं के लिए समर्पित क्रेच सुविधा का उद्घाटन भी किया गया। यह क्रेच विद्यालय के कर्मचारियों के बच्चों के लिए एक सराहनीय व्यवस्था है। कार्यक्रम के आरंभ में सीओएल की निदेशक प्रो. पायल मागो ने अतिथियों का स्वागत किया और एसओएल, सीओएल के बारे में विस्तृत रिपोर्ट प्रस्तुत की। कार्यक्रम के समापन पर एसओएल के प्राचार्य प्रो. अजय जयसवाल द्वारा धन्यवाद ज्ञापन प्रस्तुत किया गया। इस अवसर पर डीन ऑफ कॉलेजेज़ प्रो. बलराम पाणी एवं दक्षिणी परिसर के निदेशक प्रो. श्री प्रकाश सिंह सहित अनेकों शिक्षक, अधिकारी एवं विद्यार्थी उपस्थित रहे।