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Uploaded On 2025-01-20 08:18:39

किसी भी ग्रंथ का प्रकाश में आना बहुत महत्वपूर्ण बात होती है इसके पीछे संपादक की घोर तपस्या,लगन एवं मेहनत होती है- प्रोफेसर योगेश कुमार त्यागी

कार्यक्रम की अध्यक्षता महाविद्यालय प्राचार्य प्रोफेसर योगेश कुमार त्यागी ने की ।

गुलावठी! डी.एन. पी.जी. कॉलेज  में महाविद्यालय के हिंदी विभाग के असिस्टेंट प्रोफेसर डॉ हरीश कसाना द्वारा संपादित ग्रन्थ 'हिंदी साहित्य में राम ' का विमोचन किया गया । कार्यक्रम की अध्यक्षता महाविद्यालय प्राचार्य प्रोफेसर योगेश कुमार त्यागी ने की । अपने उद्बोधन में प्राचार्य प्रो योगेश त्यागी ने डॉ हरीश कसाना को बधाई दी तथा कहा कि किसी भी ग्रन्थ का प्रकाश में आना बहुत महत्वपूर्ण बात होती है । इसके पीछे लेखक एवं संपादक की गूढ़ तपस्या, मेहनत एवं लग्न होती है । ग्रन्थ पर बोलते हुए उन्होंने कहा कि राम शब्द सनातन है । हिंदी साहित्य ही नहीं वरन अन्य भाषा साहित्य में भी भगवान राम के चरित्र को लेकर विपुल साहित्य लिखा गया है । डॉ हरीश कसाना का यह ग्रंथ विद्यार्थियों, शोधार्थियों तथा हिंदी साहित्य के अन्वेषकों के लिए सहायक सिद्ध होगा । ग्रन्थ के संपादक डॉ हरीश कसाना ने बताया कि इस ग्रन्थ की पूर्णता में उनके सहयोगी कॉलेज ऑफ एजुकेशन, बिलासपुर, गौतमबुद्ध नगर के हिंदी विभाग प्रभारी डॉ समित कुमार  नागर रहे हैं तथा इस ग्रन्थ की भूमिका महाविद्यालय के हिंदी विभाग प्रभारी डॉ संदीप कुमार सिंह ने लिखी है । इस ग्रन्थ में हिंदी साहित्य के मर्मज्ञ 14 विद्वानों के हिंदी साहित्य के सर्वोत्तम अनुकरणीय पात्र राम विषयी शोधालेख संकलित हैं। हिंदी साहित्य में राम के विविध रूपों को एक अन्वेषक की दृष्टि से उल्लेखित किया गया है । यह ग्रंथ हिंदी साहित्य के विद्यार्थियों, शोधार्थियों तथा शिक्षकों की भावी पीढ़ी का निश्चित रूप से मार्गदर्शन करेगा । इस ग्रन्थ के द्वारा शोध के यथानुरूप विविध प्रश्नों का समाधान भी प्राप्त होगा साथ ही शोध की विविध शाखाएं भी विकसित होंगी । यह ग्रंथ निश्चित रूप से हिंदी साहित्य में सर्व अनुशासित, सर्व पूज्य, सर्व अनुकरणीय, सर्व आदर्श राम को समर्पित है ।हिंदी विभाग प्रभारी डॉ संदीप कुमार सिंह ने ग्रन्थ के प्रकाशन पर हर्ष व्यक्त करते साथी प्रोफेसर डॉ हरीश कसाना को बधाई दी तथा बताया कि यह ग्रंथ हिंदी साहित्य में शोध के विद्यार्थियों के लिए बहुत ही लाभकारी एवं सहायक सिद्ध होगा । यह ग्रन्थ अपने विषयचयन को लेकर सदैव अनुकरणीय रहेगा । कार्यक्रम में महाविद्यालय के प्रोफेसर सर्व श्री अतुल तोमर, डॉ पुष्पेंद्र मिश्र, डॉ अवधेश कुमार सिंह, प्रो. हरिदत्त शर्मा, डॉ. विनय कुमार सिंह, प्रो. नरेश कुमार, प्रो. कृष्ण कुमार, प्रो. शशि कपूर, प्रो. श्याम प्रकाश, डॉ. अमित कुमार आदि उपस्थित रहे ।