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Uploaded On 2025-01-11 17:13:15

मिशन शक्ति अभियान फेज-05: महिला सुरक्षा और सशक्तिकरण की दिशा में एक बड़ा कदम

पुलिस ने चौपाल लगाकर महिलाओं को सुरक्षा, जागरूकता और अधिकारों की जानकारी दी।

हापुड़ - महिला सुरक्षा और सशक्तिकरण के प्रति उत्तर प्रदेश पुलिस की प्रतिबद्धता को और मजबूत करने के लिए राज्य सरकार ने मिशन शक्ति अभियान की शुरुआत की है, जो महिलाओं और बालिकाओं के अधिकारों की रक्षा, उनकी सुरक्षा, और समाज में उनकी स्थिति को सशक्त बनाने के लिए संचालित किया जा रहा है। इस अभियान का उद्देश्य महिलाओं को आत्मनिर्भर बनाना, उन्हें अपनी सुरक्षा और सम्मान के प्रति जागरूक करना है। अभियान के तहत किए गए प्रयास न केवल महिला अपराधों की रोकथाम में मदद कर रहे हैं, बल्कि समाज में एक सकारात्मक बदलाव भी ला रहे हैं।


अभियान का यह विशेष रूप से महत्वपूर्ण चरण फेज-05 है, जो महिला सुरक्षा एवं सशक्तिकरण के लिए एक निर्णायक कदम है। 11 जनवरी 2025 को, श्रीमान पुलिस अधीक्षक महोदय के निर्देशन में जनपद के विभिन्न थानों पर गठित एंटी रोमियो टीमों और महिला सुरक्षा दल ने इस अभियान को और भी प्रभावी बनाने के लिए विशेष कार्यक्रमों का आयोजन किया। यह अभियान बालिकाओं, छात्राओं और महिलाओं के अधिकारों को सुरक्षा देने के उद्देश्य से ग्रामीण और शहरी दोनों क्षेत्रों में चलाया जा रहा है।


चौपालों का आयोजन और जागरूकता अभियान

मिशन शक्ति अभियान फेज-05 के अंतर्गत, विशेष रूप से गांव-गांव, मोहल्लों, और शिक्षण संस्थानों में चौपालों का आयोजन किया गया, जहां एंटी रोमियो टीमों और महिला सुरक्षा दल ने महिलाएं और बालिकाओं को सुरक्षा के बारे में विस्तृत जानकारी दी। चौपालों के माध्यम से महिलाओं को उनके अधिकारों के बारे में जागरूक किया गया और यह बताया गया कि उन्हें किसी भी प्रकार के शोषण और हिंसा के खिलाफ किस प्रकार आवाज उठानी चाहिए।


इन चौपालों के दौरान, महिला सुरक्षा दल ने महिलाओं और छात्राओं को विभिन्न महत्वपूर्ण पहलुओं के बारे में बताया जैसे:


महिलाओं के अधिकार: उन्हें बताया गया कि महिलाओं के पास कानून द्वारा दी गई सुरक्षा है और वे किसी भी प्रकार के शोषण या उत्पीड़न का सामना नहीं करने के लिए कानून का सहारा ले सकती हैं।


हेल्पलाइन नंबरों की जानकारी: अभियान के तहत यूपी-112, वीमेन पावर लाइन-1090 और महिला हेल्प डेस्क के बारे में जानकारी दी गई। इन हेल्पलाइन नंबरों पर कॉल करके महिलाएं अपनी समस्याओं को पुलिस के पास पहुंचा सकती हैं और उनकी मदद प्राप्त कर सकती हैं।


आत्मरक्षा और सुरक्षा टिप्स: महिलाओं को आत्मरक्षा के उपायों और सुरक्षा के टिप्स के बारे में भी बताया गया। उन्हें यह बताया गया कि वे कैसे अपने आपको असुरक्षित स्थिति से बचा सकती हैं और किस प्रकार के कदम उठा सकती हैं जो उनकी सुरक्षा को सुनिश्चित करें।


गुड टच और बैड टच: एक बहुत महत्वपूर्ण पहलू था - "गुड टच" और "बैड टच" के बीच अंतर को समझाना। यह जानकारी विशेष रूप से छोटे बच्चों और किशोरियों को दी गई ताकि वे अपने आसपास के लोगों के व्यवहार को सही तरीके से समझ सकें और अगर कोई अनुचित स्थिति उत्पन्न हो तो वह तुरंत प्रतिक्रिया कर सकें।


बाल श्रम उन्मूलन: महिलाओं और बच्चों को यह जानकारी भी दी गई कि वे बाल श्रम के खिलाफ संघर्ष करें और अपने अधिकारों को जानें। बालकों को स्कूल भेजने की प्रेरणा दी गई और शिक्षा के महत्व को बताया गया।


कल्याणकारी योजनाओं की जानकारी: सरकार द्वारा महिलाओं और बच्चों के लिए चलाई जा रही विभिन्न कल्याणकारी योजनाओं जैसे - स्वयं सहायता समूह, महिला सशक्तिकरण योजनाएं, प्रधानमंत्री उज्ज्वला योजना, प्रधानमंत्री मातृ वंदना योजना आदि की जानकारी दी गई। इन योजनाओं के माध्यम से महिलाएं अपनी आर्थिक स्थिति में सुधार कर सकती हैं और अपने परिवारों को सशक्त बना सकती हैं।


एंटी रोमियो टीमों का सक्रिय योगदान

एंटी रोमियो दलों का मुख्य उद्देश्य लड़कियों और महिलाओं के खिलाफ हो रहे अपराधों पर नियंत्रण पाना और उन्हें एक सुरक्षित माहौल प्रदान करना है। इन टीमों ने विशेष रूप से सार्वजनिक स्थानों पर गश्त लगाई और यह सुनिश्चित किया कि कोई महिला या लड़की असुरक्षित महसूस न करे।


इन टीमों ने स्कूलों, कॉलेजों और अन्य सार्वजनिक स्थलों पर छेड़छाड़ की घटनाओं को रोकने के लिए प्रभावी कदम उठाए। यह सुनिश्चित किया गया कि महिलाएं अपनी रोजमर्रा की जिंदगी में बिना किसी डर के चलें और उनका अधिकार सुरक्षित रहे।


महिलाओं के लिए सुरक्षित और सशक्त वातावरण

मिशन शक्ति अभियान का मुख्य उद्देश्य महिलाओं के लिए सुरक्षित और सशक्त वातावरण का निर्माण करना है। इसके तहत महिलाओं को आत्मनिर्भरता की दिशा में आगे बढ़ने के लिए प्रेरित किया जाता है।


श्रीमान पुलिस अधीक्षक महोदय के निर्देशन में यह अभियान और भी सशक्त हो गया है। उनके मार्गदर्शन में महिला सुरक्षा दलों और एंटी रोमियो टीमों ने समाज में व्याप्त लिंग भेदभाव, उत्पीड़न और अन्य प्रकार के अपराधों के खिलाफ लड़ाई में सफलता प्राप्त की है।


मिशन शक्ति का समग्र प्रभाव

मिशन शक्ति अभियान का समग्र उद्देश्य न केवल महिला अपराधों को नियंत्रित करना है, बल्कि समाज में महिलाओं के प्रति संवेदनशीलता और जागरूकता को बढ़ाना भी है। यह अभियान महिलाओं को उनकी शक्ति और अधिकारों का एहसास कराता है और उन्हें अपने सुरक्षित भविष्य के लिए मानसिक और शारीरिक रूप से सशक्त बनाने की दिशा में काम करता है।


इस अभियान का सबसे महत्वपूर्ण पहलू यह है कि इसमें महिलाओं को अपनी सुरक्षा के बारे में महत्वपूर्ण जानकारी दी जा रही है और उनके अधिकारों के प्रति जागरूक किया जा रहा है।


निष्कर्ष

मिशन शक्ति अभियान का यह चरण (फेज-05) महिला सुरक्षा और सशक्तिकरण की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है। एंटी रोमियो टीमों और महिला सुरक्षा दलों द्वारा किए गए प्रयास समाज में सकारात्मक परिवर्तन ला रहे हैं। यह अभियान न केवल महिलाओं को सुरक्षा प्रदान करने के लिए काम कर रहा है, बल्कि यह उनके आत्मविश्वास को भी बढ़ा रहा है।


इस अभियान के तहत महिलाओं को हर स्तर पर सुरक्षा दी जा रही है और उन्हें उनके अधिकारों के प्रति जागरूक किया जा रहा है। इससे समाज में महिलाओं के प्रति सम्मान और सुरक्षा की भावना को बल मिलेगा और उनका भविष्य उज्जवल होगा।