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Uploaded On 2025-01-11 16:05:09

स्वामी विवेकानंद जयंती (12 जनवरी) पर विशेष: युवाओं के प्रेरणास्रोत है स्वामी विवेकानंद

स्वामी विवेकानंद की जयंती 12 जनवरी को मनाई जाती है

स्वामी विवेकानंद की जयंती 12 जनवरी को मनाई जाती है, और यह दिन न केवल उनके योगदान को याद करने का अवसर है, बल्कि युवाओं के लिए एक प्रेरणा का स्रोत भी है। स्वामी विवेकानंद ने भारतीय संस्कृति और युवा शक्ति को जागरूक करने के लिए जो कार्य किए, वह आज भी हमारे समाज में जीवित हैं। उनका उद्धारण "उठो, जागो और तब तक नहीं रुको जब तक लक्ष्य प्राप्त न हो जाए" आज भी लाखों युवाओं के दिलों में गूंजता है। स्वामी विवेकानंद का योगदान भारतीय समाज और विशेष रूप से युवाओं के लिए अत्यधिक महत्वपूर्ण था। उन्होंने अपने विचारों के माध्यम से युवाओं को आत्मविश्वास, आत्मनिर्भरता और समाज के प्रति जिम्मेदारी की भावना सिखाई। स्वामी विवेकानंद का मानना था कि युवा शक्ति देश के भविष्य के निर्माता होते हैं, और यदि वे अपने भीतर की शक्ति को पहचान लें, तो वे किसी भी मुश्किल को पार कर सकते हैं।स्वामी विवेकानंद ने 1893 में शिकागो विश्व धर्म महासभा में भारत का सम्मान बढ़ाया और अपने उद्घाटन भाषण में मानवता, विश्वबंधुत्व और धार्मिक सहिष्णुता का संदेश दिया। उनका यह भाषण आज भी प्रेरणा का स्रोत है।युवाओं के लिए स्वामी विवेकानंद का सबसे बड़ा संदेश था कि वे अपने लक्ष्यों के प्रति समर्पित रहें, और देश और समाज की सेवा में अपने जीवन को समर्पित करें। उनकी शिक्षा आज भी युवाओं को सकारात्मक दिशा में आगे बढ़ने के लिए प्रेरित करती है। स्वामी विवेकानंद की जयंती पर हम सभी को उनके विचारों को आत्मसात करना चाहिए और उनका मार्गदर्शन लेकर अपने जीवन में सकारात्मक परिवर्तन लाना चाहिए।