See
News
Videos
🚨 Breaking News :
उज्जैन: महाकालेश्वर मंदिर परिसर में भीषण आग लगी, दमकल गाड़ियां पहुंचीं | 🚨 | प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से रक्षा सचिव राजेश कुमार सिंह ने मुलाकात की | 🚨 | नड्डा की अध्यक्षता में BJP मुख्यालय में राष्ट्रीय महासचिवों की बैठक जारी | 🚨 | किसान मजदूर संघर्ष समिति ने 7 मई को रेल रोकने का ऐलान किया | 🚨 | संभल मंदिर-मस्जिद विवाद पर आज इलाहाबाद हाईकोर्ट में फिर होगी सुनवाई | 🚨 |

News details

image
Uploaded On 2025-01-11 01:44:20

हिंदी विभाग द्वारा ' विश्व हिंदी दिवस' पर संगोष्ठी का आयोजन किया गया

देवनागरी महाविद्यालय में आयोजित इस संगोष्ठी की अध्यक्षता महाविद्यालय प्राचार्य प्रोफेसर योगेश कुमार त्यागी ने की।

गुलावठी   देवनागरी महाविद्यालय में आयोजित इस संगोष्ठी की अध्यक्षता महाविद्यालय प्राचार्य प्रोफेसर योगेश कुमार त्यागी ने की। उन्होंने अपने अध्यक्षीय उद्बोधन में विश्व हिंदी दिवस की शुभकामनाएं प्रेषित की तथा कहा कि हमें गर्व करना चाहिए कि हम हिंदी भाषी हैं। हिंदी हमारे अंदर रची-बसी है । हम अपनी समस्त संवेदनाओं को सहज रूप से हिंदी में प्रेषित करते हैं । हिंदी हमारे सुख - दुख की बराबर साथी है। आज विश्वभर में हिंदी भाषा को सत्कार एवं सम्मान की दृष्टि से देखा जा रहा है । विश्व में संस्कृति के पुनर्जीवन में हिंदी भाषा साहित्य को आशा भरी नजरों से देखा जा रहा है ।मुख्य वक्ता हिंदी विभाग प्रभारी डॉ संदीप कुमार सिंह ने सभी को विश्व हिंदी दिवस की शुभकामनाएं देते हुए कहा कि हिंदी भावों और संवेदनाओं की भाषा है। आज विश्व में सबसे अधिक पत्र पत्रिकाओं का प्रकाशन हिंदी भाषा में हो रहा है । साहित्य के साथ-साथ हिंदी भाषा रोजगार के विविध अवसर प्रदान कर रही है। हिंदी की वैश्विक मांग बढ़ रही है । विभिन्न भाषा ग्रंथों के अनुवाद हिंदी भाषा में हो रहे। जिससे विश्व संस्कृति को हिंदी एक वैश्विक मंच प्रदान कर रही है ।महाविद्यालय के छात्र कल्याण अधिष्ठाता प्रो. पीयूष त्रिपाठी ने हिंदी भाषा की सहजता और संप्रेषणीयता की महती प्रशंसा की। उन्होंने कहा कि जिस प्रकार नदियों का संगम समाज को  पवित्र बनाता है, उसी प्रकार भाषाओं का संगम भी समाज को पवित्रता प्रदान करता है। हिंदी अपनी अनेक बोलियों एवं उपभाषाओं का पल्लवित एवं विकसित रूप है। हिंदी की सहायक भाषाएं हिंदी के बहन के रूप में प्रसिद्धि पाती है ।कार्यक्रम का संचालन हिंदी विभाग के असिस्टेंट प्रोफेसर डॉ हरीश कसाना ने किया । संचालन करते हुए उन्होंने कहा कि वर्तमान में हिंदी अपनी सीमाओं को विस्तार देते हुए लगातार विकास कर रही है । कार्यक्रम में महाविद्यालय के प्रोफेसर सर्वश्री अतुल तोमर, डॉ पुष्पेंद्र मिश्र,हरिदत्त शर्मा, भवनीत सिंह बत्रा, नरेश कुमार, कृष्णकुमार, शशि कपूर तथा अनेक छात्र छात्राएं उपस्थित रहे ।